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NCERT EVS CLASS 5 OBJECTIVE QUESTION CTET

NCERT EVS CLASS 5 IN HINDI

NCERT EVS CLASS 5 OBJECTIVE QUESTION – CTET

CTET पेपर -1 में पर्यावरण विषय से 30 प्रश्न पूछे जाते है | जो अधिकांस NCERT EVS CLASS 3 , 4 ,5 से होते है , इसलिए इस पेज में NCERT  EVS CLASS 5  के सभी पाठ  से मुख्य बातो को सामिल किया गया है | पहले सयुक्त रूप से सभी पाठ के मुख्य बातो को सामिल किया गया है , फिर अलग अलग पाठ से अलग अलग ऑब्जेक्टिव प्रश्न शामिल किया जायेगा  | जिससे आप पर्यावरण विषय को अच्छे से तैयारी कर  सके |

 

EXAM CTET 2023
SUBJECT EVS – पर्यावरण
CTET PAPER -1 TOTAL QUESTION 150 QUESTION 
CTET PAPER -1 FULL MARKS  150 MARKS
CTET PAPER -1 EVS TOTAL QUESTION   30 QUESTION
CTET PAPER -1 EVS TOTAL MARKS 30 Marks
PAPER 1 (ONE), CLASS ( 1 TO 5 )
TOPIC EVS NCERT CLASS 5 OBJECTIVE 
Short Information CTET के पेपर 01 में 30 प्रश्न पर्यावरण से पूछे जाते है , NCERT के class 3 से class 5 तक के EVS से प्रश्न पूछे जात्ते है |  इसी को ध्यान में रखते हुए  इस पेज में EVS NCERT CLASS 5 के बुक से कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न यहाँ दिये गये है , आशा है अगर CTET में EVS NCERT CLASS 5 सम्बन्धित  प्रश्न पूछे जाते है तो इस पेज को पढने से विद्यार्थी को अवश्य  लाभ मिलेगा | और वह CTET पेपर -01 में अच्छे अंक से पास होगा |

पर्यावरण अध्ययन आस-पास” कक्षा पांचवी  (5)  के लिए पाठ्यपुस्तकके सभी पाठ 

पाठ संख्या पाठ के नाम
1 Chapter 1 कैसे पहचाना चिंटी ने दोस्त को ?
2 Chapter 2 कहानी सपेरों की
3 Chapter 3 चेखने से पचने तक
4 Chapter 4 खाएं आम बारहों महीने
5 Chapter 5 बीज ,बीज ,बीज्
6 Chapter 6 बूँद -बूँद ,दरिया -दरिया
7 Chapter 7 पानी के प्रयोग
8 Chapter 8 मच्छरों की दावत ?
9 Chapter 9 डायरी : कमर सीधी ऊपर चढ़ो ?
10 Chapter 10 इमारतें
11 Chapter 11 सुनीता
12 Chapter 12 खत्म हो जाए तो ?
13 Chapter 13 बसेरा ऊँचाई पर
14 Chapter 14 जब धरती काँपी
15 Chapter 15 उसी से ठंडा उसी से गर्म
16 Chapter 16 कौन करेगा यह काम ?
17 Chapter 17 फांद ली दीवार
18 Chapter 18 जाएँ तो जाएँ कहाँ
19 Chapter 19 किसानों की कहानी -बीज की जुबानी
20 Chapter 20 किसके जंगल ?
21 Chapter 21 किसकी झलक किसकी छाप?
22 Chapter 22 फिर चला काफिला

 

 

नोट – NCERT कक्षा 5   में 22  पाठ है , पहले सयुक्त रूप से मुख्य ऑब्जेक्टिव प्रश्न को सामिल किया गया है , फिर अलग अलग किया जायेगा |

EXAM CTET 2022
SUBJECT EVS – पर्यावरण
MARKS 30
PAPER 1 (ONE), CLASS ( 1 TO 5 )
EVS NCERT CLASS 05 आस – पास

 

NCERT EVS CLASS 5 OBJECTIVE QUESTION CTET

 

 

मुख्य विन्दु विस्तार
चींटी  चीटियां चलते समय जमीन पर कुछ ऐसा छोड़ती है जिसे सुघकर पीछे आने वाले चीटियों को रास्ता मिल जाता है। इसीलिए हम लोग देखते हैं कि चीटियां हमेशा एक लंबी कतार में क्रमबद्ध चलती रहती है।
मच्छर हमारे शरीर की गंध, तलवे के गंध और हमारे शरीर की गर्मी से हमें ढूंढ लेता है।
रेशम का कीड़ा  रेशम का कीड़ा अपनी मादा को उसकी गंध से कई किलोमीटर दूर से ही पहचान लेता है।
कुत्ता  कुत्ता चलते समय रास्ते पर मल मूत्र का त्याग करता है जिससे उसे रास्ते को पहचानने में आसानी मिलती है।
 पक्षियों के आंख उनके सिर के दोनों तरफ होती है इसीलिए पक्षी एक समय में दो अलग-अलग चीजों पर नजर डाल सकता है।
ज्यादातर पक्षी की आंखें की पुतली नहीं घूम पाती है इसीलिए वह अपनी गर्दन घुमा कर आसपास के चीजों को देखता है।
चील, बाज और  गिद्ध जैसे पक्षी हम से 4 गुना ज्यादा दूरी से देख पाता है।
 रात में जागने वाले जानवर हर चीज को सफेद और काली रंग में ही देख पाते हैं।
सांप जमीन पर हुए कंपन को ही सुन पाता है।
मछलियां खतरे की चेतावनी एक दूसरे को बिजली तरंगों से देती है।

 

स्लाॅथ के बारे में महत्वपूर्ण तथ्य स्लाॅथ भालू के जैसे दिखते हैं।
यह दिन में लगभग 17 घंटे पैरों से उल्टे सिर लटकाकर मस्ती से सोते हैं।
यह जिस पेड़ पर रहते हैं उसी के पत्ते खाकर पलते हैं। जब यह पेड़ के सारे पत्ते खा लेते हैं तब वे फिर से उतरकर पास के पेड़ पर चले जाते हैं।
लगभग 40 साल के उम्र में यह मुश्किल से 8  पेड़ पर घूमने की तकलीफ उठाता है।
यह सप्ताह में एक बार शौच करने के लिए पेड़ से नीचे उतरता है।
बाघ  बाघ अंधेरे में हम से 6 गुना बेहतर देख पाता है।
 बाघ की मूंछे हवा में हुए कंपन को भांप लेती है और उससे उसे शिकार की बिल्कुल सही स्थिति का पता चल जाता है। इससे इन्हें अंधेरों में रास्ता ढूंढने में भी मदद मिलती है।
बाघ का गर्जना लगभग 3 किलोमीटर दूर तक सुना जा सकता है।
बाघ हवा से पत्तों के हिलने और शिकार से झाड़ियों में हिलने से हुई आवाज में अंतर को भाप लेता है।
बाघ के दोनों कान बाहर की आवाज पहचानने के लिए अलग-अलग शों दिशा में ज्दा घूमा सकता  हैं।
उत्तराखंड का जिम काॅरबेट नेशनल पार्क और राजस्थान के भरतपुर जिले में घाना पार्क में जानवरों का शिकार करना मना है।
बीन, तुंबा, खंजरी और ढोल। इन चारों में से ढोल के अलावा बाकी तीन है वाद्य यंत्र सुखी लौकी से बनाए जाते हैं।
सांप ⇒ हमारे देश में पाए जाने वाले सांपों में से केवल 4 तरह के सांप जहरीले होते हैं। यह सांप है :- नाग, करैत, दुबोइया और अफाई।
⇒ सीरम एक दवा है जो सांप काटे हुए व्यक्ति को दिया जाता है। सीरम सांप के जहर से ही बनाया जाता है और यह सभी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में मिलता है।
⇒ सरकार ने कानून बनाया है कि ना कोई जंगली जानवरों को पकड़ सकता है और ना ही उन्हें अपने पास रख सकता है।
शिकारी पौधे नीपेन्थिस ⇒ नीपेन्थिस एक ऐसा पौधा है जो चूहा, मेढक, कीड़े मकोड़े और छोटे जीवों का शिकार करती है। नीपेन्थिस नामक शिकारी पौधे ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया और भारत के मेघालय राज्य में पाया जाता है। इस पौधे का आकार लंबे घड़े जैसा होता है जिसके ऊपर पति का ढक्कन लगा होता है। घड़े से खास खुशबू निकलती रहती है जिसके वजह से कीड़े मकोड़े पौधे के अंदर पहुंच जाते हैं और फस जाते हैं।
हमारे देश में सब्जियां कहां से आई है? ⇒  मिर्ची हमारे देश में दक्षिण अमेरिका से आई है। जिसे पुर्तगाल देश के व्यापारी ने लाए थे।
हमारे देश में सब्जियां कहां से आई है? ⇒ भिंडी हमारे देश में अफ्रीका से आई है।
हमारे देश में सब्जियां कहां से आई है? ⇒ गोभी तथा मटर हमारे देश में यूरोप से आई है।
हमारे देश में सब्जियां कहां से आई है? ⇒ सोयाबीन हमारे देश में चीन से आई है।
अल- बिरूनी
⇒  1000 से भी ज्यादा साल पहले एक यात्री भारत में आए थे जिनका नाम अल- बिरूनी है।
अल- बिरूनी उज़्बेकिस्तान देश से भारत में आए थे।
⇒  राजस्थान में जैसलमेर के अलावा बहुत से ऐसे इलाके हैं जहां साल में बहुत ही कम दिन बारिश होती है।
मृत सागर क्या है? ⇒ मृत सागर दुनिया का सबसे नमकीन सागर है। यह सागर इतना नमकीन है कि लगभग 1 लीटर पानी में 300 ग्राम नमक है। सबसे मजे की बात तो यह है कि मृत सागर में हम ऐसे तैर सकते हैं जैसे आराम से लेटे हो।
दांडी यात्रा क्या है तथा दांडी यात्रा कब हुई? ⇒ अंग्रेजों के द्वारा आम लोगों के नमक बनाने पर रोक लगाने पर महात्मा गांधी के नेतृत्व में लोगों ने एक साथ मिलकर आह्मदाबाद से दांडी के समुद्र तट तक एक लंबी यात्रा की घटना है।
⇒  दांडी यात्रा 1930 में हुई थी।
मलेरिया क्या है? ⇒  मलेरिया मादा मच्छर एनाॅफिलिस के काटने से फैलता है।
⇒  मलेरिया खून की जांच से पता चलता है।
⇒  मलेरिया की दवाई पुराने जमाने में सिनकोना पेड़ की छाल से बनाई जाती थी।
⇒  मच्छर के काटने से मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया हो सकता है।
अनीमिया क्या है? ⇒  खून में हीमोग्लोबिन या आयरन की कमी से अनीमिया नामक रोग हो जाता है।
⇒  अनीमिया से बचने के लिए गुड़, आंवला और हरी पत्तेदार सब्जियां खाना चाहिए।
माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला
⇒  बछेंद्री पाल एवरेस्ट पर चढ़ने वाली पहली भारतीय महिला है। बछेंद्री पाल ने 23 मई 1984 को दिन में 1:07 पर 8900 मीटर ऊंची माउंट एवरेस्ट पर कदम रखी।
⇒ माउंट एवरेस्ट का नेपाली नाम सागरमथा है।
⇒  ग्लोब में भारत के ठीक विपरीत ब्राज़ील और अर्जेंटीना देश है।
⇒  टूटता तारा को उल्कापिंड कहते हैं जो पृथ्वी के वायुमंडल में आते ही जल जाता है।
चांद पर पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति कौन है? ⇒  चांद पर पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति नील आर्मस्ट्रांग है जो सन 1969 में चांद पर सबसे पहले कदम रखा था।
⇒  सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष में सबसे लंबे समय तक रहने वाली प्रथम महिला है।
⇒  एलपीजी, मोम, कोलतार, ग्रीस जमीन के अंदर से प्राप्त होते हैं।
⇒  प्लास्टिक और पेंट को बनाने के लिए भी तेल का इस्तेमाल किया जाता है।
ठंडा रेगिस्तान लेह और लद्दाख ⇒  लेह और लद्दाख को ठंडा रेगिस्तान कहते हैं। यह इलाका सूखा, समतल और ठंडा होता है। लद्दाख में बहुत ही कम बारिश होती है यहां दूर-दूर तक बर्फ से ढके पहाड़ और सूखा मैदान होता है।
⇒  लद्दाख के पहाड़ों पर इतना सुखा माहौल होता है कि वहां पर पौधे नहीं उग पाते हैं।
पशमीना शॉल क्या है? ⇒   एक पशमीना शॉल में लगभग 6 स्वेटरों के बराबर गर्मी होती है।
⇒  पशमीना शॉल को मशीनों के द्वारा नहीं बोला जा सकता है क्योंकि यह बकरी के बहुत ही पतले बाल से बनता है।
⇒  यदि एक बुनकर 250 घंटे तक बुनाई करता है तब जाकर एक साधारण पशमीना शॉल तैयार होता है।
⇒  कश्मीर के लोग खाने के लिए रोटी घर में नहीं बनाते हैं, वह रोटी को दुकान या बेकरी से ही खरीदते हैं।
हाउसबोट क्या होता है ? ⇒ हाउसबोट 80 फुट तक लंबे तथा बीच में 8 से 9 फुट चौड़ाई वाले एक नाव की तरह होता है। इसमें श्रीनगर में बाहर से आए हुए पर्यटक लोग रहते हैं।
केंचुए ⇒ केंचुए जमीन में छेद बनाती है जिससे जमीन पोली हो जाती है। इन केंचुए के मल से जमीन उपजाऊ बनती है।
⇒ कुड़ुक भाषा झारखंड की भाषा है।
जंगल का अधिकार कानून 2007 ⇒ यह कानून आदिवासियों को जंगल पर उनका हक दिलाता है। जो लोग कम से कम 25 साल से जंगल में रह रहे हैं उनका वहां के जंगल और वहां पैदा होने वाली चीजों पर हक है। उन लोगों को जंगल से हटाया नहीं जा सकता है।
झूम खेती क्या है? ⇒ मिजोरम में झूम खेती होती है।
झूम खेती में मिट्टी को हल्के से हिला कर बीज रख देते हैं। एक ही खेत में अलग-अलग तरह के बीज जैसे मकई, सब्जियां, मिर्च और चावल बो दिए जाते हैं।
⇒  झूम खेती में खेत में अनचाही घास उग जाते हैं तो उसको उखाड़ते नहीं है बल्कि उसे जमीन पर गिरा देते हैं जिसे जमीनों उपजाऊ बनती है।
टीन खेती किसे कहते हैं?
⇒ एक टीन बीज को जितने जमीन में बोते हैं उसे एक टीन जमीन कहते हैं तथा इस प्रकार के खेती को टीन खेती कहते हैं।
चराओ नाच मिजोरम में होती है।

 

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