बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया
विषय | बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया सिलेबस , नोट्स ,क्वेश्चन पेपर , सीरीज , बुक |
पेपर संख्या | 1 प्रथम |
कोर्स | यूपी डी.एल.एड (प्रथम सेमेस्टर) |
सेमेस्टर | प्रथम सेमेस्टर |
प्रश्न के प्रकार | अति लघु उत्तरीय प्रश्न |
VVI NOTES.IN के इस पेज में UP DElEd 1st First Semester Paper – 1 बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया सिलेबस , बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया नोट्स , बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया क्वेश्चन पेपर , बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया सीरीज , बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया बुक को शामील किया गया है | |
बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया सिलेबस
विषय | बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया सिलेबस |
पेपर संख्या | 1 प्रथम |
कोर्स | यूपी डी.एल.एड (प्रथम सेमेस्टर) |
सेमेस्टर | प्रथम सेमेस्टर |
Info | जल्द ही UP DElEd 1st Semester Paper – 1 बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया सिलेबस को शामिल किया जायेगा |
VVI NOTES.IN के इस पेज में UP DElEd 1st Semester Paper – 1 बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया सिलेबस जल्द ही शामील किया जायेगा |
—– —— —— —– —- ——- — —- —- —- ——- ——- —– — —— —- —– —– —- —– —– —– —— —– —– — —— ———– —- —– — —– —- — – —— —– —— — — —– – —- — — —- — —- —– —– — —- — —- —- — — —- — — —- —- —-
बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया नोट्स
विषय | बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया नोट्स |
पेपर संख्या | 1 प्रथम |
कोर्स | यूपी डी.एल.एड (प्रथम सेमेस्टर) |
सेमेस्टर | प्रथम सेमेस्टर |
Info | जल्द ही UP DElEd 1st Semester Paper – 1 बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया नोट्स को शामिल किया गया है | |
VVI NOTES.IN के इस पेज में UP DElEd 1st Semester Paper – 1 बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया के नोट्स निचे दिया गया है ||
बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया प्रश्न – उत्तर
UP D.El.Ed. 1st SEMESTER PAPER -01 QUESTION -ANSWER
प्रश्न 1. शिक्षक की बाल मनोविज्ञान का ज्ञान क्यों आवश्यक है? (2023)
उत्तर—शिक्षक को बालक को समझने के लिए सभी अवस्थाओं का ज्ञान होना ही बाल- मनोविज्ञान है ।
प्रश्न 2. रुचि का शैक्षिक महत्व लिखिए (2023)
उत्तर-शिक्षण विधि सहायक सामग्री विषय-वस्तु को रुचिकर, सरल, स्पष्ट, बोधगम्य बनाने में मदद करती है ।
प्रश्न 3. व्यक्तित्व विकास में शिक्षा किस प्रकार प्रभावी है? (2023)
उत्तर – मानसिक, भावनात्मक, शारीरिक, सामाजिक, नैतिक तथा आध्यात्मिक सभी प्रकार से प्रभावी है।
प्रश्न 4. बुद्धि की कोई एक परिभाषा बताइए। (2023)
उत्तर- रॉबिन्स के अनुसार, “बुद्धि से तात्पर्य संज्ञानात्मक व्यवहारों के सम्पूर्ण वर्ग से होता है जो व्यक्ति ने सूझ-बूझ द्वारा समस्या का समाधान करने की क्षमता, नयी परिस्थितियों के साथ समायोजन करने की क्षमता, अमूतज्ञ रूप से सोचने की क्षमता और अनुभवों से लाभ उठाने की क्षमता को दिखलाता है।”
प्रश्न 5. शैशवावस्था की प्रमुख दो विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर- (1) शारीरिक विकास में तीव्रता, (2) दोहराने की प्रवृत्ति ।
प्रश्न 6. अधिगमान्तरण क्या है? (2023)
उत्तर- वह ज्ञान जो एक स्थिति में सीखा हुआ दूसरे स्थिति में सीखे हुए ज्ञान को सकारात्मक प्रभावित करता है, अधिगमान्तरण कहलाता है।
प्रश्न 7. वे प्रेरक जिन्हें व्यक्ति अपने प्रयासों से प्राप्त करता है, कहलाता है।
उत्तर-व्यक्तिगत अभिप्रेरक ।
प्रश्न 8. वह शक्ति जिसके कारण व्यक्ति अपने कार्य को करने या न करने के लिए बाध्य हो जाता है, क्या कहलाती है?
उत्तर- प्रेरणा।
प्रश्न 9. बाल विकास के अन्तर्गत बाल्यावस्था की अवधि कौन-सी मानी जाती है?
उत्तर- बाल्यावस्था 6 से 12 वर्ष तक मानी जाती है। शिक्षाविदों ने इसे प्रारम्भिक विद्यालय की आयु कहा है।
प्रश्न 10. जीन पियाजे ने बालक के संज्ञानात्मक विकास की किन दो प्रक्रियाओं का वर्णन किया है?
उत्तर- (i) संवेदीय पेशीय अवस्था (Sensory motor stage),
(ii) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था (Pre-operational stage) ।
प्रश्न 11. पूर्व ज्ञान, विषय-वस्तु, शारीरिक स्वास्थ्य व परिपक्वता, मानसिक स्वास्थ्य व परिपक्वता, अधिगम की इच्छा व प्रेरणा आदि किसे प्रभावित करने वाले कारक माने जाते हैं?
उत्तर- अधिगम को ।
प्रश्न 12. पावलाव द्वारा अपने प्रयोग में पहले घण्टी बजती थी, फिर भोजन दिया जाता था, यह प्रक्रिया कई बार होने पर अन्त में क्या पाया गया?
उत्तर – पावलाव द्वारा प्रयोग के सन्दर्भ अन्त में अनुकरण होना पाया गया।
प्रश्न 13. बुद्धि-लब्धि निकालने का सूत्र क्या है?
उत्तर- बुद्धि-लब्धि = मानसिक आयु/वास्तविक आयु x 100.
प्रश्न 14. सी. ए. टी. का निर्माण किसने किया?
उत्तर- सी. ए. टी. का निर्माण लियोपोल्ड बेलाक (Leopold Bellak) ने 1948 में किया था।
प्रश्न 15. सीखने से संम्बन्धित प्रभाव के नियम का प्रतिपादन किसने किया है?
उत्तर- थार्नडाइक ने।
प्रश्न 16. अवर्गीकृत (अनग्रप्ड डाटा) प्रदत्त के अन्तर्गत विषम संख्या होने पर माध्यिका ज्ञात करने का सूत्र क्या होता है?
उत्तर – M = (N+1) / 2
प्रश्न 17: व्यक्तित्व का वह प्रकार जिसके अन्तर्गत व्यक्ति दूसरे लोगों/समाज के अन्य लोगों की प्रगति के लिए सोचकर कार्य करता है, क्या कहलाता है?
उत्तर- बहिर्मुखी व्यक्तित्व वाला कहलाता है।
प्रश्न 18. नियमित दिनचर्या, सबके साथ समायोजन, आत्म-विश्वास, संवेगात्मक परिपक्वता और आत्म-मूल्यांकन की क्षमता किसका प्रमुख लक्षण है?
उत्तर-अच्छे व्यक्तित्व का ।
प्रश्न 19. सीखने के वक्र में सीखने में उन्नति होना किस रूप में प्रदर्शित की जाती है?
उत्तर- सीखने के वक्र में सीखने में उन्नति होना वक्र के बढ़ते क्रम में प्रदर्शित किया जाता है।
प्रश्न 20. बालक की वृद्धि कब रुक जाती है?
उत्तर- बालक की वृद्धि के विषय में समस्त विद्वान् एकमत हैं, परन्तु इस बात को सभी स्वीकार करते हैं कि बालक की वृद्धि 25 वर्ष की आयु पूर्ण होने पर स्थिरता प्राप्त करके रुक जाती है।
प्रश्न 21. टी. ए. टी. का सम्बन्ध किससे है?
उत्तर–टी. ए. टी. का सम्बन्ध व्यक्तित्व परीक्षण से है जिसका प्रतिपादन मरे एवं मॉर्गन ने किया था।
प्रश्न 22. स्मृति का मुख्य कार्य क्या है?
उत्तर – पूर्वानुभव को संजोकर रखना तथा समय आने पर याद दिलाना ही स्मृति का मुख्य कार्य है।
प्रश्न. 23. ‘सक्रिय विस्मृति’ से क्या आशय है?
उत्तर— सक्रिय विस्मृति का कारण व्यक्ति है वह स्वयं ही किसी बात को भूलने का प्रयास करके उसे भुला देता है। फ्रॉयड के अनुसार, “हम विस्मृति की क्रिया द्वारा अपने खुद अनुभव को स्मृति से निकाल देते हैं।”
प्रश्न 24. सृजनात्मकता से क्या आशय है?
उत्तर – सृजनात्मकता का अर्थ मौलिकता से लिया जाता है। मौलिकता मुक्त साहचर्य है। सृजनात्मकता में साहचर्य के तत्वों का मिश्रण रहता है। उस कार्य को सृजनात्मक कार्य कहते हैं जिसके कार्य का परिणाम नवीन है ।
प्रश्न 25. व्यक्तित्व की परिभाषा लिखिए।
अथवा
व्यक्तित्व की कोई एक परिभाषा लिखिए। (2022, 23)
उत्तर – मन के अनुसार, “व्यक्तित्व की परिभाषा एक व्यक्ति के ढाँचों, व्यवहार के स्वरूपों, रुचियों, अभिवृत्तियों, संघटकों, योजनाओं तथा अभिरुचियों के सबसे अधिक लाक्षणिक संकलन के रूप में की जा सकती है।”
·
प्रश्न 26. ‘रोर्शा परीक्षण’ विधि को किस मनोवैज्ञानिक ने आरम्भ किया था?
उत्तर- हरमन रोर्शा ने रोर्शा परीक्षण का आरम्भ 1960 में आरम्भ किया था ।.
प्रश्न 27. मध्यमान का उपयोग कब किया जाता है?
उत्तर जब पृथक् प्राप्तांकों के योग से प्रतिनिधित्व प्राप्तांक प्राप्त करने हों, तब मध्यमान का उपयोग किया जाता है।
प्रश्न 28. मध्यांक की कोई एक परिभाषा लिखिए।
उत्तर-कॉनर के अनुसार, “मध्यांक समंक श्रेणी का वह चर मूल्य है जो समूह को दो बराबर भागों में इस प्रकार बाँटता है कि एक भाग में सभी मूल्य मध्यांक से अधिक और दूसरे भाग में सभी उससे छोटे होते हैं।”
प्रश्न 29. जन्म के समय शिशुओं के भीतर कितने संवेग पाये जाते हैं? (2018)
उत्तर- तीन ।
प्रश्न 30. बुद्धि के बहुकारक सिद्धान्त का प्रतिपादन किसने किया था? (2018)
उत्तर – थार्नडाइक ने ।
प्रश्न 31. अन्तर्मुखी व्यक्तित्व से क्या तात्पर्य है? (2018)
उत्तर- अन्तर्मुखी व्यक्तित्व उस व्यक्तित्व को कहते हैं जो आत्म-चिन्तन अधिक करता है, दार्शनिक प्रवृत्ति का होता है तथा कम सामाजिक होता है।
प्रश्न 32. सामान्य बौद्धिक स्तर के बालक की बुद्धि-लब्धि कितनी होती है? (2018)
उत्तर- 90-109 तक ।
प्रश्न 33. बुद्धि परीक्षण के लिए प्रयुक्त होने वाले . टी. ए. टी. परीक्षण का निर्माण किसने किया था? (2018)
उत्तर- मरे एवं मॉर्गन ने।
प्रश्न 34. अभिप्रेरणा का क्या अर्थ है?
उत्तर- अभिप्रेरणा एक प्रक्रिया है जिसमें सीखने वाले की आन्तरिक शक्तियाँ या आवश्यकताएँ उसके वातावरण में विभिन्न लक्ष्यों की ओर निर्देशित होती हैं।
प्रश्न 35. हल के अनुसार सीखने की प्रक्रिया का आधार क्या है?
उत्तर- हल का मत है कि सीखने की प्रक्रिया का आधार आत्म-संशोधन है।
प्रश्न 36. सीखने की कोई एक परिभाषा लिखिए।
उत्तर- वुडवर्थ के शब्दों में, “नवीन ज्ञान व प्रतिक्रियाओं को अर्जित करने की प्रक्रिया को सीखना (अधिगम) कहते हैं।”
प्रश्न 37. बच्चों के भाषा विकास में अवरोधन के दो कारण लिखिए।
उत्तर- (i) ध्वनि दोष के कारण भाषा विकास में अवरोधन हो जाता है।
(ii) बोलने के अंगों में दोष के कारण भी भाषा विकास में अवरोधन आ जाता है
प्रश्न 38. बाल विकास के अन्तर्गत शैशवावस्था की आयु कितनी होती है?
उत्तर- जन्म से पाँच वर्ष ।
प्रश्न 39. थार्नडाइक ने अपने सीखने के सिद्धान्त के अन्तर्गत कितने नियमों की चर्चा की? (2018)
उत्तर-तीन ।
प्रश्न 40. प्यास, भूख, निद्रा, प्रतिष्ठा में से कौन-सा अर्जित अभिप्रेरणा के अन्तर्गत आता है? (2018)
उत्तर—प्रतिष्ठा ।.
प्रश्न 41. सीखी गई सामग्री को पुनः स्मरण रखने की असफलता क्या कहलाती है? (2018)
उत्तर-विस्मृति
प्रश्न 42. किसी अवर्गीकृत प्रदत्त में सबसे अधिक बार आने वाली संख्या क्या कहलाती है? (2018)
उत्तर- बहुलांक ।
प्रश्न 43. परोक्ष वस्तुओं के सम्बन्ध में चिन्तन करना कहलाता है?
उत्तर- कल्पना ।
प्रश्न 44. बालक के केन्द्रक में सामान्यतया कितने गुणसूत्र होते हैं?(2018)
उत्तर-46.
प्रश्न 45. अधिगम स्थानान्तरण को स्पष्ट कीजिए। (2019)
अथवा
सीखने के स्थानान्तरण सम्प्रत्यय को स्पष्ट कीजिए।
अथवा
अधिगम स्थानान्तरण सम्प्रत्यय को स्पष्ट कीजिए। (2023)
उत्तर- सीखने के स्थानान्तरण से आशय है कि किसी विषय के सीखने से उपलब्ध ज्ञान अथवा किसी कार्य का अभ्यास कार्य करने से प्राप्त होने वाले प्रशिक्षण का दूसरी परिस्थिति में प्रयोग करना।
प्रश्न 46. बालक के कोषों एवं पेशियों में समय के साथ-साथ होने वाला वह परिवर्तन जिसके कारण वह निश्चित समय पर ही कोई कार्य करने के योग्य होता है, क्या कहलाता है? (2018)
उत्तर—परिपक्वता ।
प्रश्न 47. वैयक्तिक एवं सामूहिक बुद्धि परीक्षण में मुख्य अन्तर क्या है? (2018)
उत्तर- वैयक्तिक बुद्धि परीक्षण व्यक्तिगत रूप से प्रशासित किये जाते हैं, जबकि सामूहिक बुद्धि परीक्षण समूह में प्रशासित किये जाते हैं।
प्रश्न 48. पावलाव ने सीखने से सम्बन्धित अपने सिद्धान्त का प्रतिपादन किसके ऊपर प्रयोग करके किया? 2018)
उत्तर- कुत्ते पर ।
प्रश्न 49. जब कोई बालक सीखने को तत्पर होता है, तब वह जल्दी से चीजों को सीखता हैं, यह थार्नडाइक के सीखने के किस नियम के अन्तर्गत आता है?
-उत्तर- तत्परता का नियम ।
प्रश्न 50. शारीरिक रचना बुद्धि, रुचि, व्यक्तिगत गुणों में एक व्यक्ति का दूसरे से भिन्न होना कहलाता है?
उत्तर- व्यक्तिगत भिन्नता ।
प्रश्न 51. वह मानवीय योग्यता जिसके द्वारा व्यक्ति किसी नवीन रचना/विचार को प्रस्तुत करता है, क्या कहलाता है?
उत्तर – यह योग्यता सृजनात्मकता है।
प्रश्न 52. बालक के विकास में जो परिवर्तन होते हैं, उनका सम्बन्ध शरीर और मन दोनों से होता है, स्पष्ट कीजिए। (2019)
उत्तर- बालक के विकास का प्रभाव न केवल उसके शरीर में होने वाले परिवर्तनों पर पड़ता है, बल्कि उसके हॉरमोनों में भी परिवर्तन आता है जिसका प्रभाव उसके मन पर भी पड़ता है। इससे न केवल वह शारीरिक रूप से परिवर्तित तथा विकसित होता है, बल्कि मानसिक रूप से परिवर्तित होता है।
प्रश्न 53. बाल विकास के सिद्धान्तों का शैक्षिक महत्व बताइए। (2019)
उत्तर- बाल विकास के सिद्धान्त हमें यह बताते हैं कि विभिन्न अवस्थाओं में बालक – का विकास एक समान नहीं होता है। अवस्था सिद्धान्त बालक के विकास को विभिन्न अवस्थाओं में बाँटकर उसके विकास की व्याख्या करते हैं, जबकि प्रक्रिया सिद्धान्त यह बताते हैं कि बालक के विकास को प्रक्रियाओं के आधार पर बाँटकर भी उसके विकास की भविष्यवाणी की जा सकती है।
प्रश्न 54. शैशवावस्था में शिक्षा का स्वरूप कैसा होना चाहिए? (2019,23)
उत्तर – शैशवावस्था में बालक को दी जाने वाली शिक्षा उसके भविष्य के विकास की नींव का कार्य करती है। इस समय उसे भाषा, आचार-विचार, नैतिकता, आदत निर्माण की शिक्षा दी जानी चाहिए।
प्रश्न 55. बाल्यावस्था में मानसिक विकास की दो विशेषताएँ लिखिए। (2019)
उत्तर- (i) बाल्यावस्था में बालक की ज्ञानेन्द्रियाँ प्रौढ होने लगती हैं।
(ii) बाल्यावस्था में बालक संवेदना से प्रत्यक्ष ज्ञान की ओर बढ़ने लगता है।
प्रश्न 56. बालक के विकास में संचार माध्यम से दो लाभ लिखिए।
उत्तर – (i) बालक के ज्ञान का विकास होता है।
(ii) बालक का सामाजिक वातावरण बढ़ता है।
प्रश्न 57. बाल विकास में अधिगम की सम्मेलन व विचारगोष्ठी विधि बताइए। (2019)
उत्तर -अधिगम की सम्मेलन तथा विचारगोष्ठी विधि एक अत्यन्त महत्वपूर्ण विधि है । इसके माध्यम से छात्र का अधिगम अच्छा हो सकता है। इस विधि में कुछ विद्वान् मिलकर सम्मेलन या विचार-विमर्श द्वारा समस्या का समाधान ढूँढ़ते हैं।
‘प्रश्न 58. बुद्धि-लब्धि का सूत्र लिखिए। (2019)
उत्तर – I. Q. = (मानसिक आयु/वास्तविक आयु) x 100 =
प्रश्न 59. बालक में विस्मृति कम करने के कोई दो उपाय बताइए। (2019, 23)
उत्तर- (i) किसी वस्तु को स्मरण करने में पूर्ण ध्यान होना चाहिए ।
(ii) स्मरण के पश्चात् विश्राम करना चाहिए ।
प्रश्न 60. प्रतिद्वन्द्विता से आप क्या समझते हैं? (2019)
उत्तर- जब कोई व्यक्ति विभिन्न समूहों या व्यक्तियों से अधिक श्रेष्ठता स्थापित करने के लिए प्रयास करता है, तो उसे प्रतिद्वन्द्विता (Competition) कहते हैं ।
प्रश्न 61. सीखने में ‘पठार के दो प्रमुख कारण एवं उन्हें दूर करने के उपाय बताइए। (2019)
उत्तर- सीखने में पठार के कारण-
(i) प्रेरणा का अभाव,
(ii) अभ्यास का अभाव ।
पठार को दूर करने के उपाय-
(i) विभिन्न साधनों से अभिप्रेरणा देना ।
(ii) शारीरिक एवं मानसिक थकान को दूर करने के उपाय करना ।
(iii) आदतों को सुधारने का प्रयास करना ।
प्रश्न 62. शिक्षक को बाल विकास का ज्ञान क्यों आवश्यक है? दो कारण बताइए । (2022)
उत्तर-शिक्षक के लिए बाल मनोविज्ञान की उपयोगिता को निम्नलिखित बिन्दुओं द्वारा स्पष्ट किया जा सकता है-
(1) बाल मनोविज्ञान, शिक्षक को सम्यक् दृष्टिकोण प्रदान करता है।
(2) बाल मनोविज्ञान की सहायता से बालक के विकास की विभिन्न अवस्थाओं का ज्ञान प्राप्त हो जाता है। इससे शिक्षक रुचि, क्रिया व खेल के सिद्धान्तों पर आधारित शिक्षण पद्धति का उपयोग करता है।
(3) बाल मनोविज्ञान, कक्षा में उपयुक्त शैक्षिक वातावरण उत्पन्न करने में सहायक होता है ।
प्रश्न 63. शैशवावस्था की प्रमुख दो विशेषताएँ लिखिए । (2022)
उत्तर—सर्वांगीण विकास की दृष्टि से शैशवावस्था की प्रमुख विशेषताएँ अधोलिखित
(1) शारीरिक विकास की तीव्रता-बालक के जीवन के प्रथम तीन वर्षों में शारीरिक विकास तीव्र गति से होता है। लम्बाई तथा भार में वृद्धि होती है। शरीर के अन्य अंगों व मांसपेशियों का भी विकास तीव्र गति से होता है
(2) अपरिपक्वता-इस अवस्था में शिशु शारीरिक तथा बौद्धिक रूप से अपरिपक्व होता है । स्वाभाविक रूप से वह धीरे-धीरे पालन-पोषण द्वारा परिपक्व होता है।
प्रश्न 64. किशोरावस्था का क्या तात्पर्य है? (2022)
उत्तर- ब्लेयर, जोन्स, सिम्पसन के अनुसार, “किशोरावस्था प्रत्येक व्यक्ति के जीवन का वह काल है, जो बाल्यावस्था के अन्त में प्रारम्भ होता है तथा प्रौढ़ावस्था के प्रारम्भ में समाप्त होता है।”
प्रश्न 65. समायोजन क्या है? (2022, 23)
उत्तर- गेट्स व अन्य के शब्दों में, “समायोजन निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है जिसके द्वारा, व्यक्ति अपने और वातावरण के बीच सन्तुलित सम्बन्ध रखने के लिए अपने व्यवहार में परिवर्तन करता है।”
प्रश्न 66. सामाजिक विकास क्या है? (2022)
उत्तर- सामाजिक विकास का तात्पर्य विकास की उस प्रक्रिया से है जिसके द्वारा व्यक्ति सामाजिक वातावरण के साथ समायोजन करता है, सामाजिक नियमों के अनुरूप अपनी इच्छाओं एवं आवश्यकताओं पर नियन्त्रण करता है, दूसरों के प्रति अपने कर्तव्यों का अनुभव करता है तथा लोगों के प्रति अच्छे सामाजिक सम्बन्ध स्थापित करता है।
प्रश्न 67. आवाज में भारीपन किस अवस्था में आता है?
उत्तर- आवाज में भारीपन किशोरावस्था में आता है।
प्रश्न 68. कल्पना से आप क्या समझते हैं? (2022) (2022)
उत्तर- कल्पना मनुष्य के नवीन आविष्कार, साहित्य सृजन, नवनिर्माण आदि की देन है। कल्पना एक मानसिक क्रिया है, जिसमें गत अनुभवों को या उन वस्तुओं को जो सामने उपस्थित नहीं होता है उसे नवीन रूप से संगठित करके या सजाकर पुनः स्मरण किया जाता है । कल्पना में स्मृति का भी प्रभाव परिलक्षित होता है। कल्पना संवेदन प्रत्यक्षीकरण एवं स्मृति पर आधारित होते हुए भी एक स्वतन्त्र क्रिया है ।
प्रश्न 69. रुचि के भेद बताइए । (2022)
उत्तर- रुचि दो प्रकार की होती है- (i) जन्मजात रुचि, (ii) अर्जित रुचि ।
प्रश्न 70. अमूर्त बुद्धि से आप क्या समझते हैं?
उत्तर – अमूर्त बुद्धि ज्ञानोपार्जन के प्रति रुचि, रुझान, पढ़ने-लिखने से सम्बन्धित पुस्तकीय ज्ञान प्राप्त करने में, शब्दों तथा प्रतीकों के रूप में उपस्थित समस्याओं को हल करने में प्रकट होती है। जैसे गणित के सूत्रों को हल करने में, दर्शन एवं तर्कशास्त्र के विषयों को समझने में, साहित्यिक रचनाओं की सौन्दर्यानुभूति में यही बुद्धि कार्य करती है।
प्रश्न 71. शारीरिक विकास का अध्ययन क्यों जरूरी है? दो कारण बताइए। (2022)
उत्तर – शारीरिक विकास मानव-जीवन का सर्वाधिक महत्वपूर्ण पक्ष है। माता-पिता एवं गुरुजन के लिए विभिन्न आयु में होने वाले परिवर्तनों एवं उनको प्रभावित करने वाले कारकों का ज्ञान होना आवश्यक है । व्यक्ति की शारीरिक रचना उसके सम्पूर्ण व्यवहार को प्रभावित करती है, अतएव व्यवहार के परिशोधन की तरफ भी ध्यान देना चाहिए। बालक के शारीरिक विकास का भावी जीवन और शिक्षा-प्रक्रिया से गहरा सम्बन्ध है, अतः शारीरिक विकास पर जन्म से ही ध्यान देना आवश्यक है।
प्रश्न 72. बाल्यावस्था की दो विशेषताएँ बताइए। (2022, 23)
उत्तर – सर्वांगीण विकास की दृष्टि से बाल्यावस्था की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित
(1) शारीरिक तथा मानसिक विकास में स्थिरता – बाल्यावस्था में शारीरिक तथा मानसिक विकास में स्थिरता आ जाती है। विकास की स्थिरता शारीरिक तथा मानसिक शक्तियों को दृढ़ता प्रदान करती है। बालक की चंचलता घटने लगती है, उसका मस्तिष्क परिपक्व दिखायी देने लगता है तथा वह प्रौढ़ों के समान व्यवहार करना चाहता है ।
(2) मानसिक योग्यताओं में वृद्धि – बाल्यावस्था के दौरान बालक की मानसिक क्षमताओं में लगातार वृद्धि होती रहती है। संवेदना, प्रत्यक्षीकरण, स्मरण शक्ति का विकास द्रुतगति से होता है। स्थायी स्मृति में वृद्धि होती है।
प्रश्न 73. बालक के संवेगात्मक विकास से सम्बन्धित विकासात्मक सिद्धान्त का प्रतिपादन किसने किया?
उत्तर – जीन पियाजे ।
प्रश्न 74. व्यक्ति की वह मनोस्थिति जिसके द्वारा वह विभिन्न परिस्थितियों में सामाजिक तथा व्यक्तिगत समायोजन स्थापित करने में समर्थ होता है, कहलाता है।
उत्तर- समायोजन
प्रश्न 75. बालकों में कल्पना शक्ति का विकास कैसे कर सकते हैं?
उत्तर- (i) भाषा ज्ञान का विकास करके, (ii) कहानियाँ या कथाएँ सुनाकर ।
प्रश्न 76. थार्नडाइक ने कितने मुख्य नियम बताये हैं? उत्तर- थार्नडाइक ने मुख्य तीन नियम बताये हैं-
(i) अभ्यास का नियम, (ii) तत्परता का नियम, (iii) प्रभाव का नियम ।
प्रश्न 77. अधिगम की दो प्रभावशाली विधियाँ कौन-कौन हैं?
उत्तर- अधिगम की प्रभावशाली अधिगम विधियाँ हैं-
(अ) करके सीखना, (ब) अनुकरण द्वारा सीखना ।
प्रश्न 78. रुचि एवं ध्यान में सम्बन्ध बताइए ।
उत्तर–रुचि तथा ध्यान एक सिक्के के दो पहलू हैं। एक के अभाव में दूसरा नहीं हो सकता है क्योंकि किसी कार्य को हम ध्यानपूर्वक तभी कर सकते हैं जब उस कार्य में हमारी रुचि होगी।
प्रश्न 79. व्यक्तित्व मापन की प्रमुख विधियाँ कौन-कौन सी हैं?
उत्तर—व्यक्तित्व मापन की प्रमुख विधियाँ हैं-
(i) वस्तुनिष्ठ विधि, (ii) आत्मनिष्ठ विधि एवं (iii) प्रक्षेपण विधि |
प्रश्न 80. स्मृति (स्मरण) क्या है?
उत्तर – सामान्य तौर पर स्मृति का अर्थ है- ‘याद रखना’ ।
वुडवर्थ के अनुसार, “जो बात पहले सीखी जा चुकी है, उसको याद रखना ही स्मृति है ।
प्रश्न 81. वृद्धि एवं विकास से सम्बन्धित किन्हीं दो कारकों के नाम लिखिए। उत्तर- वृद्धि एवं विकास से सम्बन्धित दो प्रमुख कारक हैं.
(i) बालक का भोजन, (ii) लैंगिक अन्तर ।
प्रश्न 82. चिन्तन क्या है? (2019)
उत्तर- चिन्तन से आशय- चिन्तन एक ज्ञानात्मक प्रक्रिया है। इसका आधार प्रत्यक्षीकरण और स्मृति होता है। यह प्रक्रिया किसी समस्या के उपस्थित हो जाने के कारण प्रारम्भ होती है और उसके अन्त तक चलती है।
है । ”
आमतौर पर चिन्तन को ‘सीखना’ कहते हैं। “चिन्तन व्यक्ति का प्रतीकात्मक व्यवहार चिन्तन के विकास हेतु बच्चों में ‘करके सीखने’ के क्रिया जाग्रत करना अत्यन्त आवश्यक है। गिलफोर्ड के अनुसार, “चिन्तन प्रतीकात्मक व्यवहार है। यह सभी प्रतिस्थापन से सम्बन्धित है।”
प्रश्न 83. कल्पना क्या है?
उत्तर-मैक्डूगल के अनुसार, “कल्पना दूरस्थ वस्तुओं के सम्बन्ध का चिन्तन है।” “जैसे-जैसे बालक में भाषा का ज्ञान होता है, कल्पना शक्ति बढ़ती जाती है।”
प्रश्न 84. तर्क क्या है?
उत्तर- तर्क से आशय-तर्क एक ऐसा उत्पादक चिन्तन है जिसमें किसी समस्या का समाधान करने के लिए पहले अनुभवों को नये ढंग से संगठित किया जाता है
वुडवर्थ के अनुसार, “मन में उद्देश्यों एवं लक्ष्यों को रखकर क्रमानुसार चिन्तन करना ही तर्क है।”
• बालक जैसे-जैसे बढ़ता है उसमें चिन्तन एवं तर्क करने की क्षमता आ जाती है।
• तर्क के द्वारा बालक अपनी बात को सही सिद्ध करने का प्रयास करता है।
• व्यक्ति में चिन्तन करने से तर्क की क्षमता बढ़ती है।
• चिन्तन प्रथम सोपान है। उससे जुड़ा तर्क दूसरा सोपान है।
• 11 से 12 वर्ष की आयु में तर्क की क्षमता आ जाती है।
प्रश्न 85. ” वातावरण वह प्रत्येक वस्तु है, जो व्यक्ति के जीन्स के अतिरिक्त प्रत्येक वस्तु को प्रभावित करता है।” यह परिभाषा किसकी है?
उत्तर- एनास्टासी की ।
प्रश्न 86. बाल विकास पर वंशानुक्रम का प्रभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- व्यक्तित्व के प्रत्येक पहलू पर वंशानुक्रम का प्रभाव निम्नलिखित रूप से पड़ता
(i) बालकों में माता-पिता की विशेषताएँ हस्तान्तरित होती हैं।
(ii) बालकों की मूल शक्तियों का प्रमुख कारण उसका वंशानुक्रम है।
प्रश्न 87. बाल विकास पर वातावरण का प्रभाव स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- बालक के निम्नलिखित कारकों पर वातावरण का प्रभाव पड़ता है-
(i) बुद्धि पर प्रभाव- बच्चों को उत्तम वातावरण में रखने से उसकी बुद्धि-लब्धि में वृद्धि होती है ।
(ii) व्यक्तित्व पर-अच्छे वातावरण का व्यक्तित्व पर विशेष प्रभाव पड़ता है।
प्रश्न 88. किशोरावस्था की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?
उत्तर- किशोरावस्था की प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
(i) आत्म-सम्मान की भावना, (ii) काम-भावना की परिपक्वता, (iii) धार्मिक भावों का उदय, (iv) अपराध वृत्ति ।
तत्व ।
प्रश्न 89. पेस्टालाजी के अनुसार ‘परिवार’ की परिभाषा दीजिए।
उत्तर- “घर शिक्षा का सर्वोत्तम स्थान और बालक की प्रथम पाठशाला है।”
प्रश्न 90. व्यक्तित्व के निर्धारक तत्वों का नाम बताइए।
उत्तर-व्यक्तित्व के निर्धारक तत्व निम्नलिखित हैं-
(i) वंशानुक्रम, (ii) वातावरण, (iii) सांवेगिक तनाव, (iv) समाजीकरण, (v) शारीरिक
प्रश्न 91. रुचि की किन्हीं दो विशेषताओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर-रुचि की प्रमुख दो विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
(i) रुचि, ज्ञान पर आधारित होती है।
(ii) रुचि एवं ध्यान एक ही सिक्के के दो पहलू हैं ।
प्रश्न 92. अभिप्रेरणा को परिभाषित कीजिए ।
उत्तर – अभिप्रेरणा को अंग्रेजी में मोटीवेशन कहते हैं । यह अंग्रेजी के शब्द ‘Motivation’ का हिन्दी रूपान्तरण है ।
अभिप्रेरणा से क्रियाशीलता व्यक्त होती है। अभिप्रेरणा अधिगम (सीखना) का सहायक अंग है ।
जॉनसन के अनुसार, “अभिप्रेरणा सामान्य क्रियाकलापों का प्रभाव है जो मानव व्यवहार को उचित मार्ग पर ले जाती है।”
प्रश्न 93. बाल मनोविज्ञान की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर – आधुनिक समय में प्रारम्भिक शिक्षा ‘बाल-केन्द्रित’ है । इसमें बालक केन्द्र मानकर शिक्षा दी जाती है। इसीलिए बालक के मनोविज्ञान को जानना आवश्यक समझा जाता है जिससे बाल-केंन्द्रित हित शिक्षा की व्यवस्था सफलतापूर्वक की जा सके।
प्रश्न 94. किस विधि के द्वारा मनोवैज्ञानिक कारक से उसके अभिभावक अथवा. अध्यापक से साक्षात्कार है?
उत्तर – साक्षात्कार विधि द्वारा ।
प्रश्न 95. वंशानुक्रम का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – आनुवंशिक लक्षणों का एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में पहुँचना ही वंशानुक्रम कहलाता है। रूथ बैंडिक्ट के अनुसार, “वंशानुक्रम माता-पिता से सन्तान की प्राप्त होने वाले गुणों का नाम है। ”
प्रश्न 96. मनोवैज्ञानिकों के अनुसार बाल विकास की कितनी अवस्थाएँ होती हैं?
उत्तर – मनोवैज्ञानिकों के अनुसार बाल विकास की सामान्य रूप से तीन अवस्थाएँ हैं (i) शैशवावस्था, (ii) बाल्यावस्था, (iii) किशोरावस्था ।
प्रश्न 97. बाल-मनोविज्ञान में किसका अध्ययन किया जाता है?
उत्तर – बाल-मनोविज्ञान में बालकों के विकास की विभिन्न अवस्थाओं का अध्ययन किया जाता है।
प्रश्न 98. बाल विकास के कौन-कौन से पक्ष हैं?
उत्तर – (i) शारीरिक विकास, (ii) मानसिक विकास, (iii) भाषा विकास, (iv) संवेगात्मक विकास, (v) सामाजिक विकास ।
प्रश्न 99. शारीरिक विकास को प्रभावित करने वाले कौन-कौन से कारक हैं?
उत्तर- (i) वंशानुक्रम, (ii) वातावरण, (iii) पौष्टिक भोजन, (iv) अभ्यास और खेलकूद, (v) निद्रा और विश्राम।
प्रश्न 100. प्रमुख रूप से संवेग कितने प्रकार के होते हैं?
उत्तर – संवेग मुख्यत: तीन होते हैं-
(i) क्रोध, (ii) भय, (iii) प्रेम ।
प्रश्न 101. बाल विकास की प्रमुख अवस्थाओं की आयु सीमा क्या है?
उत्तर– (अ) शैशवावस्था (जन्म से 5 वर्ष तक)
(ब) बाल्यावस्था (6 से 10 वर्ष तक)
(स) किशोरावस्था ( 11 से 18 वर्ष तक) ।
प्रश्न 102. अधिगम का अर्थ स्पष्ट कीजिए। (2019, 22, 23)
उत्तर- अधिगम सीखने तथा सिखाने की सतत प्रक्रिया है ।
क्रो एवं क्रो के अनुसार, “ज्ञान एवं अभिवृत्ति की प्राप्ति ही अधिगम है।”
प्रश्न 103. वातावरण का अर्थ स्पष्ट कीजिए।
उत्तर- सामान्य रूप में वातावरण हमारे चारों ओर विद्यमान वह सभी वस्तुएँ हैं जो कि हमें प्रभावित करती हैं ।
प्रश्न 104. जीन पियाजे ने बौद्धिक विकास की कितनी अवस्थाओं का वर्णन किया है?
उत्तर- जीन पियाजे ने बौद्धिक विकास की चार अवस्थाओं का वर्णन किया है जो इस प्रकार हैं-
(i) इन्द्रियजनित गामक अवस्था, (ii) पूर्व संक्रियात्मक अवस्था, (iii) मूर्त संक्रियात्मक अवस्था, (iv) अमूर्त संक्रियात्मक अवस्था।
प्रश्न 105. स्मृति किसे कहते हैं?
उत्तर-सीखे हुए ध्यान को धारण करना ही स्मृति है ।
प्रश्न 106. कोहलर ने सीखने का कौन-सा सिद्धान्त प्रतिपादित किया है?
उत्तर- सूझ या अन्तर्दृष्टि का सिद्धान्त ।
प्रश्न 107. थार्नडाइक ने सीखने का कौन-सा सिद्धान्त प्रतिपादित किया है?
उत्तर- प्रयत्न एवं त्रुटि का सिद्धान्त ।
प्रश्न 108. पावलाव ने सीखने का कौन-सा सिद्धान्त प्रतिपादित किया है?
उत्तर- अनुबन्धन का सिद्धान्त ।
प्रश्न 109. स्किनर के सीखने के सिद्धान्त का नाम बताइए।
उत्तर-क्रियाप्रसूत अनुबन्धन सिद्धान्त ।
प्रश्न 110. अवधान क्या है?
उत्तर- चेतना का केन्द्रीयकरण ही अवधान है।
प्रश्न 111. बुद्धि परीक्षण क्या है?
उत्तर- बुद्धि का मापन ही बुद्धि परीक्षण है ।
प्रश्न 112. चिन्तन क्या है?
उत्तर- चिन्तन एक मानसिक प्रक्रिया है जिसके द्वारा व्यक्ति अपनी किसी विशिष्ट या लक्ष्य केन्द्रित समस्या का समाधान करता है ।
प्रश्न 113. तर्क से क्या तात्पर्य है? (2022).
उत्तर- उद्देश्यों या लक्ष्यों को मन में रखकर क्रमानुसार चिन्तन करना ही तर्क कहलाता है।
प्रश्न 114. कल्पना किसे कहते हैं? (2023)
उत्तर- परोक्ष वस्तुओं के सम्बन्ध में चिन्तन करना ही कल्पना कहलाता है।
प्रश्न 115. स्मृति जो एक जटिल मनोशारीरिक योग्यता होती है, के अन्तर्गत होने वाली चार प्रक्रियाओं के नाम बताइए ।
उत्तर– (i) सीखना, (ii) धारण करना, (iii) पुन:स्मरण, (iv) पहचान ।
प्रश्न 116. क्रन्दन, बलबलाना, हावभाव, शब्द भण्डार तथा बाक्स निर्माण किस विकास अवस्था में होता है?
उत्तर- भाषा विकास की शैशवावस्था ।
प्रश्न 117. अशिक्षित व्यक्ति/बालकों के बुद्धिमापन किस परीक्षण से करते हैं?
उत्तर- अशाब्दिक बुद्धि परीक्षण ।
प्रश्न 118. कोहलर ने अपने व्यक्तित्व के सिद्धान्त का प्रतिपादन किसके ऊपर प्रयोग करके किया?
उत्तर – वनमानुष द्वारा।
प्रश्न 119. स्टेनले हाल ने किशोरावस्था को कौन-सी अवस्था कहा है?
उत्तर- स्टेनले हाल ने किशोरावस्था को बड़े बल, तनाव, तूफान तथा विरोध की अवस्था कहा है।
प्रश्न 120. हल ने सीखने का कौन-सा सिद्धान्त प्रतिपादित किया है?
उत्तर – प्रबलन का सिद्धान्त ।
प्रश्न 121. गुथरी का सीखने का सिद्धान्त बताइए ।
उत्तर – समीपता का सिद्धान्त ।
प्रश्न 122. संज्ञानात्मक विकास का सिद्धान्त किसका है?
उत्तर – जीन पियाजे ।
प्रश्न 123. सामाजिक विकास के सिद्धान्त का प्रतिपादन किसने किया था?
उत्तर – व्योगास्की ।
प्रश्न 124, वह प्रवृत्ति जो बालक में होने पर किसी वस्तु, व्यक्ति या प्रतिक्रिया के प्रति ध्यान केन्द्रित करता है और उससे उसका लगाव हो जाता है, कहलाता है?
उत्तर – रुचि ।
प्रश्न 125. जब बालक किसी तथ्य/कार्य को दूसरे बालक के तथ्य/कार्य को देखकर उसकी तरह सीखता है तो यह सीखने की कौन-सी विधि कहलाती है?
उत्तर- निरीक्षण विधि ।
प्रश्न 126. अन्य बातों के समान होने पर बालक कई बार अभ्यास करते-करते कोई चीज सीख ले तो सीखने की यह विधि थार्नडाइक की किस विधि के अन्तर्गत आती है?
उत्तर – प्रयत्न एवं भूल विधि ।
प्रश्न 127. जब एक कुत्ते के सामने पहले घण्टी बजायी जाती है फिर उसी के सामने भोजन का टुकड़ा दिया जाता है और कुत्ता लार स्त्रावित करता है। यह प्रक्रिया
कई बार होने के बाद प्रयोगकर्ता द्वारा घण्टी बजाने की. (बिना भोजन दिये) ही कुत्ते द्वारा लार स्त्राव करना किसके और कौन-से सिद्धान्त के अन्तर्गत आता है? (2019)
उत्तर – सम्बद्ध प्रतिक्रिया का सिद्धान्त-पावलाव ।
प्रश्न 128. जीन पियाजे ने बालक के संज्ञानात्मक विकास के अन्तर्गत अनुकूलन क्रिया का विभाजन किन दो उप-प्रक्रियाओं में किया है?
उत्तर- (i) आत्मसातकरण (Assimilation), (ii) व्यवस्थापन (Accommodation) ।
प्रश्न 129. जीन पियाजे द्वारा प्रतिपादित बालक के संज्ञानात्मक विकास से सम्बन्धित तीसरी अवस्था क्या कहलाती है?
उत्तर – मूर्त संक्रिया-काल (Concrete operation period) ।
प्रश्न 130. बालक के संवेगात्मक विकास से सम्बन्धित विकासात्मक सिद्धान्त कां प्रतिपादन किसने किया?
उत्तर – जीन पियाजे ने विकासात्मक सिद्धान्त का प्रतिपादन किया था।
प्रश्न 131. गिल्फोर्ड ने बुद्धि के त्रिआयाम सिद्धान्त के अन्तर्गत किन तीन विधाओं में मानसिक योग्यता को वर्गीकृत किया है?
उत्तर – तीन विधाएँ हैं— (i) विषय-वस्तु, (ii) संक्रिया, (iii) उत्पाद ।
प्रश्न 132. युंग ने सामाजिक अन्तर्क्रिया के आधार पर व्यक्तित्व को किन-किन भागों में वर्गीकृत किया है?
उत्तर – युंग ने सामाजिक अनुक्रिया के आधार पर व्यक्तित्व को तीन भागों में वर्गीकृत किया है –
(i) अन्तर्मुखी, (ii) बहिर्मुखी, (iii) उभयमुखी।
प्रश्न 133. वह मानसिक प्रक्रिया जिसमें संगठित और व्यवस्थित रूप में चिन्तन किया जाता है, क्या कहलाता है?
उत्तर – वह मानसिक प्रक्रिया जिसमें संगठित तथा व्यवस्थित रूपों में चिन्तन किया जाता है, तर्क कहलाती है।
प्रश्न 134. बालकों की वह मनोस्थिति जिसके द्वारा वह विभिन्न परिस्थितियों में व्यक्तिगत तथा सामाजिक समायोजन करने में समर्थ होता है, कहलाती है।
उत्तर – मानसिक स्वास्थ्य ।
प्रश्न 135. सीखने की मात्रा तथा समय के परस्पर सम्बन्ध को चित्रांकित करने पर जो वक्र रेखा प्राप्त होती है, कहलाती है।
उत्तर- सीखने का वक्र ।
प्रश्न 136. जीन पियाजे ने बालक के संज्ञानात्मक विकास के अन्तर्गत अन्तिम अवस्था किसे माना है?
उत्तर- औपचारिक संक्रियाकाल। ..
प्रश्न 137. सीखने के किस सिद्धान्त के अन्तर्गत व्यक्ति सम्पूर्ण परिस्थिति के प्रत्यक्षीकरण के आधार पर सीखता है।
उत्तर- गेस्टाल्ट सिद्धान्त ।
प्रश्न 138. सिगमण्ड फ्रॉयड द्वारा प्रतिपादित व्यक्तित्व विकास के सिद्धान्त को कहा जाता है?
उत्तर-मनोविश्लेषणात्मक सिद्धान्त ।
प्रश्न 139. एक ऐसा उत्पादक चिन्तन जिसमें किसी समस्या का समाधान करने के लिए गत अनुभवों को, नये ढंग से संगठित/समायोजन किया जाता है, कहलाता है?
उत्तर- तर्क ।
प्रश्न 140. बालक में पाये जाने वाले जन्मजात अभिप्रेरकों के नाम बताइए।
उत्तर— जन्मजात अभिप्रेरक हैं- भूख, प्यास, नींद, होमियोस्टेसिस, तापक्रम का नियमन, मातृक व्यवहार, काम, पलायन, युयुत्सा, जिज्ञासा, क्रीड़ा तथा हास-विनोद आदि ।
प्रश्न 141. प्राप्तांक जो किसी प्रदत्त को दो बराबर भागों में बाँटता है,
उत्तर- मध्यांक कहलाता है?
प्रश्न 142. अधिगम धारणा, पुनःस्मरण तथा पहचान आदि प्रक्रियाएँ किसके अन्तर्गत आती है?
उत्तर-स्मृति के ।
प्रश्न 143. सन्तुलन को कोई एक उदाहरण देकर समझाइए। (2023)
उत्तर- भौतिक विज्ञान में सन्तुलन से अभिप्राय गतिहीनता से है। गति अनुपस्थिति बताता है जबकि भौतिक विज्ञान में यह स्वयं गति की अनुपस्थिति को बताता है। अच्छा उदाहरण है – माँग तथा पूर्ति की शक्तियों द्वारा प्राप्त सबसे सन्तुलन है।
बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया क्वेश्चन पेपर
विषय | बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया क्वेश्चन पेपर |
पेपर संख्या | 1 प्रथम |
कोर्स | यूपी डी.एल.एड (प्रथम सेमेस्टर) |
सेमेस्टर | प्रथम सेमेस्टर |
प्रश्न के प्रकार | अति लघु उत्तरीय प्रश्न |
VVI NOTES.IN के इस पेज में UP DElEd 1st First Semester Paper – 1 बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया क्वेश्चन पेपर को जल्द ही शामील किया जायेगा ||
—– —— —- —– ——- —- —– ——- —– —- —– —– —— — —- — —— —- —– ——- —– —- — —— — —— —- — —- ———————– ——- —- —- —— —– —– —– —– —— —— —— —- ——- —— —- — —— —- —- —— ——- —– —
UP DElEd WhatApp Teligram Group
विषय | UP DElEd WhatApp Teligram Group |
पेपर संख्या | All |
कोर्स | यूपी डी.एल.एड |
सेमेस्टर | 1st 2nd Semester |
Info | सोसल मिडिया लिंक |
VVI NOTES.IN के इस पेज में UP DElEd के सोसल मिडिया लिंक दिया गया है ||
यूपी डी.एल.एड. सम्बन्धी न्यूज नोट्स pdf के लिए ग्रुप एवं चैनल को ज्वाइन करे | |
यूपी डी.एल.एड ग्रुप | |
टेलीग्राम ग्रुप | |
CTET ग्रुप | |
Instagram Join |
UP DElEd FIRST SEMESTER PAPER – 1 , बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया नोट्स , Baal Vikaas Avan Seekhane Kee Prakriya NOTES ,बाल विकास एवं सीखने की प्रक्रिया सीरीज , Baal Vikaas Avan Seekhane Kee Prakriya Series , Baal Vikaas Avan Seekhane Kee Prakriya pdf