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F4 विद्यालय संस्कृति, परिवर्तन और शिक्षक विकास सिलेबस | vidyalaya sanskriti, parivartan aur shikshak vikas Syllabus pdf

विद्यालय संस्कृति, परिवर्तन और शिक्षक विकास pdf

विद्यालय संस्कृति, परिवर्तन और शिक्षक विकास सिलेबस

Vidyalaya Sanskriti, Parivartan aur Shikshak Vikas Syllabus

 

अगर आप बिहार डी.एल.एड फर्स्ट ईयर पेपर F-4 विद्यालय संस्कृति, परिवर्तन और शिक्षक विकास सिलेबस ( vidyalaya sanskriti, parivartan aur shikshak vikas Syllabus pdf syllabus ) की तैयारी कर  रहे है और उसके लिए  F-4 विद्यालय संस्कृति, परिवर्तन और शिक्षक विकास सिलेबस ( vidyalaya sanskriti, parivartan aur shikshak vikas Syllabus pdf  ) को देखना चाहते है तो आप सही जगह है क्योकि यहा बिहार डी.एल.एड फर्स्ट ईयर पेपर F-4 विद्यालय संस्कृति, परिवर्तन और शिक्षक विकास सिलेबस  का सिलेबस दिया गया है |

VVI NOTES .IN के इस पेज में FULL , PASS MARKS , PRACTICAL MARKS की भी जानकारी दी गयी है , जिनसे विद्यार्थी को BIHAR D.El.Ed 1ST YEAR PAPER F-4 vidyalaya sanskriti, parivartan aur shikshak vikas Syllabus in hindi pdf  के बारे में सभी जानकारी हो जाये |

 

Topic  विद्यालय संस्कृति, परिवर्तन और शिक्षक विकास सिलेबस
Course  Bihar D.El.Ed. 1st Year Paper-4  Syllabus
Paper Code F-4
Paper Name Hindi विद्यालय संस्कृति, परिवर्तन और शिक्षक विकास सिलेबस
Paper Name English Vidyalaya Sanskriti, Parivartan aur Shikshak Vikas Syllabus pdf syllabus in Hindi 
Credit 4
FULL MARKS  100
Theory 70
Internal 30
PASS MARKS  45% ( थ्योरी एवं प्रैक्टिकल दोनों में अलग अलग 45 % मार्क्स आना चाहिए ) 

 

  • इकाई 1: विद्यालय संस्कृति और प्रबन्धन
  • इकाई 2 : विद्यालय में परिवर्तन
  • इकाई 3: विद्यालयी शिक्षण की व्यवस्थाएं
  • इकाई 4: शिक्षक वृत्तिक विकास (प्रोफेशनल डेवलपमेंट) के आयाम
  • इकाई 5 : महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थाएँ, प्रशिक्षण केन्द्र व सरकारी योजनाओं की समीक्षात्मक समझ

इकाई1: विद्यालय संस्कृति और प्रबन्धन

  • विद्यालय संस्कृति के संगठनात्मक पहलू : अवधारणा, संरचना एवं घटकों की आलोचनात्मक समझ
  • विद्यालय प्रबन्धन की व्यवस्था और अन्तर्निहित मान्यताएं : विभिन्न घटक, कार्य संस्कृति, आपदा प्रबन्धन, बाल संसद व मीना मंच की भूमिका।
  • विद्यालय के प्रबन्धन से सम्बन्धित दस्तावेजों की समझ : विभिन्न रिकार्ड, संकलन एवं उपयोगिता।
  • विद्यालय में दिन की शुरुआत : चेतना सत्र की समझ।

इकाई 2 : विद्यालय में परिवर्तन

  • विद्यालय भवन का सृजनात्मक प्रयोग : सीखने सिखाने के माध्यम के रूप में।
  • शिक्षा के अधिकार के अन्तर्गत विद्यालयी व्यवस्था में परिवर्तन।
  • समावेशी शिक्षा के अनुरूप विद्यालय संगठन व प्रबन्धन। कला समेकित शिक्षा के माध्यम से विद्यालयी परिवेश एवं कक्षायी शिक्षण में बदलाव।
  • सूचना व संचार तकनीकी का शिक्षण प्रक्रिया में प्रयोग।

इकाई 3: विद्यालयी शिक्षण की व्यवस्थाएँ

  • कक्षाकक्ष शिक्षण की प्रकृति : परम्परागत, बालकेन्द्रित, लोकतान्त्रिक, सृजनात्मक आदि।
  • कक्षाकक्ष संचालन : कक्षा की व्यवस्था, कक्षा में सम्प्रेषण एवं सीखने-सिखाने के विविध स्तर।
  • सीखने की योजना (लर्निंग प्लान) : अवधारणा, योजना निर्माण, क्रियान्वयन तथा स्वमूल्यांकन।
  • पाठ्य-सहगामी व सह-शैक्षिक क्रियाएँ : महत्व, योजना एवं क्रियान्वयन (गतिविधियाँ, कला, खेल इत्यादि)।
  • सीखने-सिखाने के दौरान आने वाली प्रमुख चुनौतियाँ तथा अनुपूरक शिक्षण की व्यवस्था।
  • विद्यालय में आकलन एवं मूल्यांकन की व्यवस्था : सतत् एवं व्यापक आकलन, प्रगति पत्रक।

इकाई 4: शिक्षक वृत्तिक विकास (प्रोफेशनल डेवलपमेंट)के आयाम

  • शिक्षक वृत्तिक विकास : अवधारणा, आवश्यकता, नीतिगत विमर्श व सीमाएँ।
  • शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम : आवश्यकता, महत्व, प्रकार व स्वरूप।
  • विद्यालय में नेतृत्व व्यवस्था और शिक्षक : प्रशासनिक, सामूहिक, शिक्षणशास्त्रीय, परिवर्तनकारी।
  • शिक्षक तनाव प्रबन्धन : अवधारणा, तनाव के कारण एवं निदान।
  • शिक्षक के वृत्तिक विकास में स्वाध्याय, लेखन व सहकर्मियों की भूमिका।

इकाई 5 : महत्वपूर्ण शैक्षिक संस्थाएँ, प्रशिक्षण केन्द्र व सरकारी योजनाओं की समीक्षात्मक समझ

    • विभिन्न संस्थाओं के कार्यों की समझ तथा विद्यालय के सन्दर्भ में उपयोगिता।
    • निकटवर्ती जिला स्तरीय संस्थाएँ : संकुल संसाधन केन्द्र (CRC), प्रखण्ड संसाधन केन्द्र (BRC), जिला
    • शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (DIET), प्रारम्भिक शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय (PTEC)।
    • राज्य स्तरीय संस्थाएँ : राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् (SCERT). बिहार शिक्षा परियोजना परिषद् (BEPC), बिहार विद्यालय परीक्षा बोर्ड (BSEB), बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड (BSSB), बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड (BSMEB), बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड (BBOSE)।
    • राष्ट्रीय स्तर की संस्थाएँ : राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् (NCERT), केन्द्रीय माध्यामक शिक्षा बोर्ड (CBSE), राष्ट्रीय शैक्षिक योजना एवं प्रशासन विश्वविद्यालय (NUEPA), राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् (NCTE)|
    • अन्तर्राष्ट्रीय एवं गैर-सरकारी संस्थाएँ : यूनिसेफ (UNICEF), वर्ल्ड बैंक (World Bank) व अन्य सरकारी संस्थाएँ
    • शैक्षिक योजनाओं से प्रमुख पहलुओं से परिचय तथा विद्यालय के सन्दर्भ में उपयोगिता
    • सर्व शिक्षा अभियान (SSA)
    • राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (RMSA)
    • समेकित बाल विकास योजना (ICDS)
    • उपेक्षित वर्ग के बच्चों की शिक्षा को प्रोत्साहित करने वाली विशेष योजनाएँ

********  समाप्त  *********
***********  समाप्त  *********

D.El.Ed 1st YEAR PAPER F 4 विद्यालय संस्कृति, परिवर्तन और शिक्षक विकास EXAM 2020

प्रत्येक प्रश्न का उत्तर देना अनिवार्य है ।

1. विद्यालय में चेतना सत्र को बेहतर बनाने के लिए आप क्या करेंगे ?

अथवा,

विद्यालय में बेहतर वातावरण का विकास करने के लिए आप क्या करेंगे ?

2. शिक्षण प्रक्रिया में सूचना एवं संचार तकनीकी का क्या उपयोग है ?

अथवा,

कक्षायी शिक्षण को बेहतर बनाने के लिए आप क्या-क्या करेंगे ?

3. समावेशी शिक्षा क्या है ? वर्णन कीजिए ।

अथवा

बाल केन्द्रित शिक्षा हेतु अपने कक्षायी शिक्षण में क्या-क्या बदलाव लाएँगे ?

4. सतत् एवं व्यापक मूल्यांकन से आप क्या समझते हैं ?

अथवा,

अनुपूरक शिक्षण की व्यवस्था क्यों आवश्यक है ?

5. शिक्षण प्रशिक्षण कार्यक्रम के महत्त्व के बारे में लिखिए।

अथवा,

शिक्षक को अपने वृत्तिक विकास के लिए क्या-क्या करना चाहिए ?

6. राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् के कार्यों का उल्लेख करें

अथवा,

जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थापन के कार्यों का वर्णन कीजिए।

खण्ड – ‘ख’

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न 200 से 250 शब्दों में उत्तर दें।

किन्हीं 4 प्रश्नों के उत्तर दें।

7. कला समेकित शिक्षा के माध्यम से विद्यालयी परिवेश एवं कक्षायी शिक्षण में बदलाव आप कैसे करेंगे ?

8. विद्यालय में बेहतर प्रबंधन हेतु एक प्रधानाध्यापक के रूप में आप क्या करेंगे ?

9. “विद्यालय समुदाय के साथ दृढ़ संबंधों का पोषण करती है।” वर्णन कीजिए।

10. सीखने की योजना निर्माण के समय किन-किन बातों पर ध्यान देना आवश्यक है ?

11. निम्नांकित में से किन्हीं दो पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें :

(क) राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद् के कार्य

(ख) सीखने की सृजनात्मक उपागम

(ग) पाठ्य सहगामी व शैक्षक गतिविधियाँ

(घ) सर्व शिक्षा अभियान

इस पेज में आप बिहार डी.एल.एड फर्स्ट इयर पेपर F-4 (SCERT BIHAR DElEd FIRST 1st YEAR PAPER F-4), vidyalaya sanskriti, parivartan aur shikshak vikas Syllabus  देख रहे है |

 

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विद्यालय संस्कृति परिवर्तन और शिक्षक विकास सिलेबस

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