CTET EVS NOTES NILKANTH
(1) नीलकंठ पंक्षी से सम्बन्धित सामान्य जानकारी –
नीलकंठ पक्षी को अंग्रेजी में Indian Roller Bird” भी कहते है| इस पक्षी को दशहरा में देखना बहुत शुभ माना जाता है। यह पक्षी अक्सर सड़क के किनारे पेड़ों और बिजली के तारों पर बैठे हुए दिखाई देते है साथ ही खुले घास के मैदान और झाड़ियों के जंगलों में भी देखे जाते है। इन पक्षियों की सबसे बड़ी आबादी भारत में पायी जाती है|भारत के कई राज्यों ने नीलकंठ पंक्षी को राज्य पक्षी के रूप में चुना है।
(2) दशहरा में नीलकंठ पंक्षी देखना शुभ क्यों माना जाता है ?
Nilkanth Bird In Dshhra
हिन्दू ग्रंथो के अनुसार राम रावण युद्ध के समय जिस दिन रावण बध हुआ था, उसी दिन सुबह में उन्हें नीलकंठ पक्षी दिखाई दिया था|नीलकंठ पक्षी भगवान शिव का रूप मन जाता है|नीलकंठ पक्षी के दर्शन से श्री राम पर भगवान शिव का कृपया प्राप्त हुआ |भगवान शिव का एक नाम नीलकंठ भी है इस लिए नीलकंठ पक्षी को भगवान शिव का प्रतिरूप माना जाता है| इसलिए जो मानव नीलकंठ पक्षी का दर्शन करता है विशेष कर दशहरा के दिन करता है तो भगवान शिव के कृपया से उसके सारे कार्य सफल होते है | वीर योद्धा युद्ध में विजयी होते है|दशहरे के दिन अस्त्र शस्त्र की पूजा भी होती है|दशहरा और दुर्गा पूजा में इस पक्षी का दिखना शुभ माना जाता है। कहते है कि पूजा के दौरान अगर इस पक्षी के दर्शन हो जाये तो पूरा साल अच्छा जाता है। इस प्रकार दशहरा में नीलकंठ पंक्षी देखना शुभ क्यों माना जाता है| ,
(3) CTET EVS नीलकंठ पक्षी OBJECTIVE
(1) नीलकंठ 26-27 सेंटीमीटर लम्बा एक गठीला पक्षी है
(2) नीलकंठ पक्षी का औसत जीवनकाल 15 से 18 वर्ष होता है।
(3) यह पक्षी भारत के कुछ राज्यों का राज्य पक्षी भी है। इनमें कर्नाटक, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, उड़ीसा जैसे है।
(4) इस पक्षी को भगवान शिव की तरह ही नीलकंठ कहा जाता है।
(5) मादा नीलकंठ पक्षी सफेद रंग के गोलाकार 3 से 4 अंडे देती है।
(6) यह पक्षी घोंसला बनाकर रहता है। वृक्षों के तने पर बने होल्स में नीलकंठ पक्षी घोंसला बनाता है।
(7) नीलकंठ पक्षी का मुख्य भोजन बीज, कीड़े, मकोड़े होते है। ये जमीन पर रेंगने वाले छोटे सरीसृप, बिछुओं को भी खाते है।
(8) नीलकंठ पक्षी का प्रजनन समय भारत में मई से जून के बीच होता है।
(9) यह उड़ते वक्त 360 डिग्री भी घूम सकता है।
(10) नीलकंठ का वजन मात्र 80 से 100 ग्राम होता है।
(11) नर और मादा नीलकंठ पक्षी दिखने में लगभग एक जैसे ही होते है।
(12) नीलकंठ (Neelkanth Pakshi) की आवाज कौवे जैसी कठोर और कर्कश होती है।
(13) इस पक्षी की चोंच काले रंग की होती है।
(14) भारत, इंडोनेशिया, इराक इत्यादि देशों में मिलता है।
(15) ये प्रवासी पक्षी नही है लेकिन मौसम के मुताबिक जगह बदल लेते है।
(16) दशमी के दिन नीलकंठ पक्षी को देखना बहुत शुभ माना जाता है।
(17) नीलकंठ पक्षी आसमानी और नीला रंग का होता है
(18) नीलकंठ पक्षी के गले में गहरा नीला रंग होने के वजह से इनको नीलकंठ पक्षी कहा जाता है,
(19) पूर्वी भारत के झारखण्ड, बिहार, उत्तर प्रदेश कई क्षेत्रों में इन्हें क्षेत्रीय लोग दशमी के दिन नीलकंठ पक्षी को टेंस राजा बोल कर संबोधित करते है,