घर या परिवार की शिक्षा के सिद्धान्त
प्रश्न . घर या परिवार की शिक्षा के सिद्धान्त बताइये।
उत्तर-घर या परिवार शिक्षा के सिद्धान्त (Principles of Home or Family Education)-
- 1. शारीरिक विकास का सिद्धान्त-बालक को समुचित आहार, व्यवहार, सन्तुलित भोजन, स्वच्छ-शुद्ध-परिष्कृत वातावरण, शारीरिक विकास में सहयोग देते हैं।
- 2. मनोवैज्ञानिक सिद्धान्त- बालक के विकास के लिए उसका मनोवैज्ञानिक महत्व है। बालक की रुचि, आदत, प्रवृत्ति, बुद्धि एवं मानसिकता का ज्ञान अनिवार्य है।
- 3. क्रियाशीलता का सिद्धान्त-बालक स्वतः ही कुछ करना चाहता है, अतः उसे रचनात्मक क्रियाओं के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।
- 4. स्वतन्त्रता का सिद्धान्त-बालक के विकास के लिए स्वतन्त्र वातावरण आवश्यक है। बालक को रुचि के अनुसार अध्ययनोन्मुख करना चाहिए।
- 5. बालकेन्द्रित शिक्षा का सिद्धान्त-शिक्षा बाल केन्द्रित बालक की योग्यता, शक्ति एवं रुचि के अनुसार होनी चाहिए।
- 6. क्रीड़ा द्वारा शिक्षा का सिद्धान्त-क्रीड़ा बालक की सामान्य प्रवृत्ति है। घर में या परिवार में क्रीड़ा के माध्यम से शिक्षा दी जानी चाहिए। इससे शारीरिक, मानसिक विकास के साथ ज्ञानेन्द्रियों एवं कर्मेन्द्रियों का भी विकास होता हैं।
- 7. सहानुभूति तथा निष्पक्ष व्यवहार का सिद्धान्त-डॉ. डी. पी. जोशी के अनुसार बालक के माता-पिता या परिवार के सदस्यों का सहानुभूतिपूर्वक निष्पक्ष व्यवहार करना चाहिए। किसी भी प्रकार का पक्षपात बालक में दोष पैदा कर सकता है।
- 8. अच्छी आदतों का निर्माण-डॉ. के. एल. जोशी के अनुसार बालक के कार्यों में अच्छी आदतों का समावेश हो, व्यावहारिक जीवन में महत्व देना पड़ता है।
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